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SWAARNIM INTESTINE PARASITES CARE WORMORID+ CAPSULE
स्वर्णिम कृमि,जुकाम,टेपवर्म,राउंड वर्म,अमीबिक केयर वारमोरिड+ कैप्सूल
यह आयुर्वेदिक कैप्सूल पेट में रहने वाले कीड़े (आंतों के परजीवी) जैसे कृमि, जुकाम, टेपवर्म, राउंडवर्म आदि को प्राकृतिक रूप से समाप्त करने में सहायक है। यह पाचन को ठीक करता है, पेट की सूजन और कब्ज को दूर करता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है।
✅ 1. प्रकार : आंतों के कीड़े
राउंडवर्म (Ascaris)
हुकवर्म (Hookworm)
टेपवर्म (Tapeworm)
पिनवर्म (Pinworm/Threadworm)
Giardia (एककोशीय परजीवी)
Entamoeba histolytica (अमीबिक संक्रमण)
⚠️ 2. लक्षण (Symptoms)
पेट में दर्द या मरोड़
दस्त या कभी-कभी कब्ज
मल में कीड़े निकलना
गुदा में खुजली, विशेषकर रात में
वजन कम होना या भूख न लगना
पेट में गैस या सूजन
थकान, कमजोरी
चिड़चिड़ापन या नींद में खलल
बार-बार जी मिचलाना
🎯 3. कारण (Causes)
दूषित भोजन या पानी का सेवन
खुले में शौच
बिना हाथ धोए खाना खाना
मिट्टी या गंदे स्थानों से संपर्क
कच्चा या अधपका मांस खाना
बच्चों में नाखून चबाने या गंदे हाथ मुंह में डालने की आदत
कमजोर पाचन तंत्र व रोग प्रतिरोधक क्षमता
🛡️ 4. बचाव (Prevention)
भोजन से पहले और शौच के बाद हाथ जरूर धोएं
उबला हुआ या फिल्टर्ड पानी पिएं
सब्जियों और फलों को अच्छी तरह धोकर ही खाएं
बच्चों के नाखून काटकर रखें
खुले में शौच से परहेज करें
कच्चे मांस, मछली आदि से परहेज
सप्ताह में 1 बार त्रिफला या हरड़ का सेवन करें
🥗 5. डाइट चार्ट (Parasite Cleanse Friendly Diet)
सुबह खाली पेट:
नीम की 4 पत्तियाँ या 1 चम्मच नीम पाउडर गुनगुने पानी से
लहसुन की 1-2 कलियाँ कच्ची चबाएं
गाजर/पपीता का रस – परजीवी विरोधी गुण होते हैं
नाश्ता:
दलिया + पपीता
सौंफ-जीरा-हींग का पानी (पेट साफ़ करने हेतु)
दोपहर:
रोटी + लौकी / नेनुआ / परवल की सब्जी
दाल (हल्दी युक्त) + छाछ + नीम की chutney
शाम:
बेल का शरबत / आंवला जूस
रात्रि:
मूंग खिचड़ी + गुनगुना पानी
रात को त्रिफला चूर्ण 1 चम्मच
🚫 6. अपथ्य (क्या न खाएं)
मीठा अधिक (परजीवी शुगर से पनपते हैं)
दूध और मिठाई का संयोजन
बहुत ठंडी चीजें
बासी या खुले में रखा भोजन
चाय–कॉफी अधिक
मैदा, बेकरी प्रोडक्ट
मांसाहारी व कच्चे अंडे
🧘♀️ 7. योगासन (पाचन और परजीवी शुद्धि हेतु योग)
🌿8. Swaarnim Intestine Parasites Care Wormorid+ Capsule
🌿आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों के साथ संयोजन
डिकेमाली, वव्डिंग, सेंधव, कुटकी, काली मिर्च, कुर्ची, पलाश बीज, घृतकुमारी, हींग, अम्बे हलद के साथ रिसर्च अनुसार निश्चित मात्रा में मिलाकर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है।
सेवन विधि :
प्रतिदिन 2-2 वारमोरिड+ कैप्सूल दिन में दो बार पानी के साथ